यहां उन्होंने मंदिरके बाहर विराजमान बाबा नंदी और केदारपुरी को प्रणाम किया। इसके बादमंदिर की परिक्रमा की। जिसके बाद पीएम ने वहां मौजूद सभी भक्तों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। पूजा के दौरान पुजारी ने उन्हें रुद्र की माला पहनाई और माथे पर चंदन लगाकर उन्हें शॉल भी पहनाई।
इसके बाद प्रधानमंत्री ने घाटी में निर्माण कार्यों का जायजा लिया। पीएम के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गएहैं ।
बता दें कि पीएम मोदी सुबह 8 बजकर 25 मिनट पर देहरादून एयरपोर्ट पहुंचे। इस दौरान सीएम त्रिवेंद्र और राज्यपाल ने उनका स्वागत किया । जिसके बाद पीएम मोदी विशेष हेलीकॉप्टर से केदारनाथ धाम पहुंचे ।
पीएमनरेंद्र मोदी ने गढ़वाली पोशाक पहनी हुई है। साथ ही सिर पर हिमाचली टोपी लगाए हुए हैं। पीएम मोदीने कमर भगवा गमछा बांधा हुआ है।
पीएम मोदी ने केदारनाथ धाम पर बाघाम्बर चढ़ाया है और घंटा भी अर्पित किया है। घंटे का वजन एक से डेढ़ क्विंटल का है। धर्म के जानकार बताते हैं कि जब किसी व्यक्ति की मनोकामना पूरी हो जाती है, तो वह घंटे या घंटियां मंदिर में चढ़ाते हैं। कई बार लोग मन्नत मांगने केसमय भी इस तरह का उपहार चढ़ाते हैं।
पीएम केदारनाथ स्थित एक गुफा में ध्यान भी लगाएंगे। रात्रि विश्राम भी वह केदारनाथ मेंकर सकते हैं।अगले दिन रविवार को वह बदरीनाथ धाम पहुंचकर भगवान बदरी नारायण के दर्शन करेंगे और दोपहर बाद दिल्ली लौट जाएंगे।
उत्तराखंड से प्रधानमंत्री मोदी का खास लगाव है और केदारनाथ धाम के प्रति उनकी अगाध आस्था है।एक दौर में नमो ने केदारनाथ के नजदीक ही गरुड़चट्टी में साधना की थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद वह अक्सर केदारनाथ आते रहे हैं।
केदारपुरी का पुनर्निर्माण उनके ड्रीम प्रोजक्ट में शामिल है। वह खुद इसकी मॉनीटरिंग करते आए हैं। इसका नतीजा ये हुआ कि 2013 की आपदा में तबाह हुई केदारपुरी अब नए कलेवर में निखर चुकी है। पिछली बार केदारनाथ धाम के कपाट खुलने व बंद होने के अवसर पर वह मौजूद रहे थे।