विदेश post authorAdmin 09-Sep-2022 (0)

Britain Queen Elizabeth II died: ब्रिटेन ही नहीं इन 14 देशों की भी महारानी थीं क्वीन एलिजाबेथ II

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ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में निधन हो गया. वे 96 साल की थीं. एलिजाबेथ 1952 में अपने पिता जॉर्ज षष्टम की मौत के बाद महारानी बनी थीं. तब उनकी उम्र मात्र 25 साल थी. एलिजाबेथ द्वितीय ब्रिटेन में सबसे ज्यादा शासन करने वाली शासक रहीं. वे 70 साल तक ब्रिटेन की महारानी रहीं. उनके शासनकाल में ब्रिटेन के 15 प्रधानमंत्री बने. खास बात ये है कि एलिजाबेथ सिर्फ ब्रिटेन ही नहीं बल्कि 15 देशों की महारानी थीं. इनमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा जैसे समृद्ध देश भी हैं. 

एलिजाबेथ द्वितीय का जन्म 21 अप्रैल 1926 में हुआ था. वे इस समय 15 संप्रभु राज्यों की महारानी थीं. हालांकि, वे सीधे तौर पर यूके से जुड़ी थीं, जहां उनका शाही परिवार रहता है. एलिजाबेथ ब्रिटेन के अलावा इन देशों की भी रानी थीं.

1 ऑस्ट्रेलिया
2- न्यूजीलैंड
3 कनाडा
4- जमैका
5 पापुआ न्यू गिनी
6- सोलोमन आइलैंड्स
7- तुवालू
8 बहामास
9- ग्रेनेडा
10- सैंट लूसिया
11- बेलिज
12- सेंट विंसेट एंड ग्रेनेजियन्स
13- एंटीगुआ और बारबुडा
14-  सेंट किट्स एंड नेविस
हालांकि, इन देशों के राजा के रूप में महारानी की भूमिका काफी हद तक प्रतीकात्मक थी. वे सीधे शासन में शामिल नहीं रहीं, क्योंकि वह राज्य की मुखिया मानी जाती थीं, न कि सरकार की. 
2021 तक इस लिस्ट में बारबाडोस भी शामिल था. लेकिन बारबाडोस ने नवंबर 2021 में ही महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को अपने राष्ट्र के प्रमुख के रूप में त्याग दिया था और खुद को एक नया गणतंत्र घोषित किया था. बारबाडोस अब कॉमनवेल्थ में एक गणतंत्र देश है. कॉमनवेल्थ 54 देशों का संगठन है जो कभी ब्रिटेन के उपनिवेश हुआ करते थे.
एलिजाबेथ द्वितीय जिन 15 देशों की महारानी थीं, उन्हें कॉमनवेल्थ रील्म के रूप में जाना जाता है. एलिजाबेथ द्वितीय एक मात्र महारानी थीं, जो एक से अधिक देशों की रानी थीं. एलिजाबेथ 6 फरवरी 1952 को अपने पिता जॉर्ज VI की मौत के बाद रानी बनी थी. उस समय वे यूके, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान समेत 32 देशों की रानी थीं. लेकिन बाद में देश धीरे धीरे आधे या तो गणतंत्र बन गए या किसी दूसरे शाही परिवार के शासन के अधीन चले गए. एलिजाबेथ अपने अधीन आने वाले कई देशों में सशस्त्र बलों की कमांडर-इन-चीफ भी थीं. बारबाडोस एलिजाबेथ द्वितीय को अपने राष्ट्र के प्रमुख के रूप में त्यागने वाला आखिरी देश था. 

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