पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी पर निलंबन की गाज, बीजेपी ने 7 दिन में मांगा जवाब

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पूर्व भाजपा विधायक और मंत्री रहे लाखी राम जोशी के ख़िलाफ़ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उन्हें पार्टी से निलम्बित कर दिया है।
साथ ही लाखी राम जोशी को उनके द्वारा लिखे गए एक पत्र के सम्बंध में की गई इस कार्रवाई के अंतर्गत नोटिस देकर सात दिन में जवाब देने के लिए भी कहा गया है। 
जवाब न मिलने या उनका उत्तर संतोषजनक न पाए जाने पर उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता भी दिखाया जा सकता है।
गौरतलब है कि बीते दिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाखी राम जोशी ने सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए सीएम की नीतियों पर सवाल उठाये थे। लाखीराम जोशी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा था, जिसमे उन्होंने मुख्यमंत्री के बयानों और फैसलों को संगठन व सरकार को शर्मसार करने वाला बताया । लाखी राम जोशी ने हाई कोर्ट के सीबीआई जांच वाले आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि कालाधन और भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए आपने (प्रधानमंत्री मोदी) 2016 में नोटबंदी की थी, जिसमें जनता ने आपका भरपूर समर्थन किया था, लेकिन आज उत्तराखंड की जनता इस बात से हतप्रभ है कि उनका मुख्यमंत्री नोटबंदी के दौरान झारखंड का पार्टी प्रभारी होने के नाते वहां से अपने करीबियों के खाते में कालाधन जमा करवाया था।
जोशी ने लिखा कि, नैनीताल हाई कोर्ट ने इस गंभीर मामले को देखते हुए सीबीआई जांच के आदेश दिए थे. इस कारण पार्टी की छवि आए दिन धूमिल हो रही है. समय रहते इस गंभीर मामले का पार्टी नेतृत्व को संज्ञान लेना चाहिए. उक्त भ्रष्टाचार के गंभीर मामलों को देखते हुए त्रिवेंद्र सिंह रावत को तत्काल मुख्यमंत्री पद से हटा देना चाहिए. जिससे मामले की निष्पक्ष जांच हो सके
अब इस लेटर बम को लेकर पूर्व मंत्री पर निलंबन की गाज गिर गयी है।

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