एक बार फिर वर्ल्ड कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में साउथ अफ्रीका की टीम फाइनल की दहलीज तक पहुंचने के बाद भी टूर्नामेंट से बाहर हो गई । विश्व कप 2023 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने साउथ अफ्रीका को 3 विकेट से हराकर फाइनल में एंट्री कर ली ।
इस हार के बाद साउथ अफ्रीका खुद से चोकर्स का टैग नहीं हटा सकी। अहम मौके पर हमेशा हारने के कारण टीम के साथ ना चाहते हुए भी चोकर्स का टैग उनका पीछा नहीं छोड़ रहा है।
हर बार की तरह इस बार भी दक्षिण अफ्रीकी टीम सेमीफाइनल में कुछ खास नहीं कर पाई और उसका सफर खत्म हो गया।
साल 1992 से विश्व कप का हिस्सा बनने के बाद इस टीम ने अब तक कुल 9 बार विश्व कप खेला है, लेकिन कभी भी चैंपियन नहीं बन सकी।
बता दें कि चोकर्स वाला शब्द ‘चोक’ से बना है, जिसका मतलब यहीं होता है कि अहम और जरूरी समय पर रुक जाना। आईसीसी टूर्नामेंट के बड़े मैच में साउथ अफ्रीका की टीम ताश के पत्तों की तरह बिखर जाती है और ऐसा कई खास मौकों पर हुआ, जिसके बाद टीम पर चोकर्स का ठप्पा लग गया।
1992 विश्व कप के सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम हार गई। 1999 विश्व कप के सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मुकाबला टाई रहा, लेकिन फाइनल में कंगारू टीम पहुंची। 2007 विश्व कप के सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम हार गई। 2015 विश्व कप के सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम हार गई। 2023 विश्व कप के सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका की टीम हार गई।
SA ने पांचवीं बार गंवाया सेमीफाइनल मैच
बता दें कि कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम पर खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने साउथ अफ्रीका को 3 विकेट से पटखनी दी। इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया की टीम 8वीं बार इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंची गई। एक बार फिर से साउथ अफ्रीका की टीम को हार का सामना करना पड़ा। यह पांचवीं बार रहा जब अफ्रीकी टीम ने सेमीफाइनल में मैच गंवाया।